जींद महापंचायत: किसानों का ऐलान, सरकार को 100 रुपये लीटर मिलेगा दूध, अब MSP नहीं MRP पर होगी बात
एमपीदुनिया न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। हरियाणा के जींद में रविवार को हुई महापंचायत में खापों और किसानों ने दूध के दाम बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। महापंचायत में लिए गए इस फैसले के बाद सरकार की नींद उड़ सकती है। दुग्ध उत्पादक किसानों ने कहा कि अब हम सरकार और सहकारी संस्थाओं को 100 रुपये लीटर से कम दूध नहीं बेचेंगे। हालांकि खाप पंचायत में आम लोगों के लिए दूध के पुराने रेट ही लागू रहेंगे। अब हम भी सरकार से एमएसपी पर नहीं एमआरपी पर बात करेंगे।
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दो महीने से हरियाणा के जींद जिले के खटकड़ टोल पर आंदोलन कर रहे किसानों ने रविवार को सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन की अध्यक्षता सर्वजातीय खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला ने की। इस बैठक में दूध के दाम 100 रुपये प्रति लीटर कर दिए गए। इसके साथ ही किसानों ने कहा कि वह अब एमएसपी नहीं बल्कि एमआरपी के लिए बात करेंगे. किसानों ने दूध में 5.85 रुपये मुनाफा जोड़ कर दूध का यह रेट निर्धारित किया है. दूध की आधार कीमत 35.50, हरा चारा के 20.35, तुड़ी के 14.15, गोबर खर्चा के 9.00 और 15.15 लेबर को जोड़ कर यह एमआरपी तय किया गया है. किसानों का कहना है कि एमआरपी का यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था. अब अनाज और दालों के लिए भी एमआरपी का फैसला लिया जाएगा.
भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने कहा कि सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन करके किसानों ने ‘हम सब एक हैं का संदेश देने का काम किया है। उन्होंन ‘‘सरकार हममें फूट डालने की कोशिश नहीं करें और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाए। लोग अब सरकार के बहकावे में नहीं आएंगे। सर्वजातीय खेड़ा खाप प्रधान सतबीर पहलवान ने बताया कि किसानों का आह्वान किया गया है कि वे सरकारी डेयरी पर 100 रुपये प्रति लीटर की दर से ही दूध दे।