भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने क्यों कर दी सद्दाम हुसैन और गद्दाफी से मोदी की तुलना? गुजरात सरकार को फैसला बदलने की दी सीख
एमपीदुनिया न्यूज़
नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में बने विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम जब वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया तो चारों तरफ उनके इस कदम की आलोचनाएं होने लगी। भाजपा नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस पर सरकार की आलोचना की है। उन्होंने इसे अपशगुन बताया है। साथ ही ट्वीट कर कहा है कि अगर इतिहास उठाकर देखा जाए तो आप पाएंगे कि ऐसा कदम केवल तानाशाह सद्दाम हुसैन और गद्दाफी ने ही उठाया था।
सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा कि क्या किसी देश के किसी नेता ने अपने ही नाम पर स्टेडियम का नाम रखा है कभी? मेरी रीसर्च कहती है कि केवल सद्दाम हुसैन और गद्दाफी ने ही ऐसा किया था। यह एक अपशगुन की तरह है। क्या नेहरु, माओ या इदी अमीन ने ऐसा किया? मोदी को यह मांग करना चाहिए कि उनका नाम स्टेडियम से हटाकर दोबारा सरदार पटेल के नाम पर रख दिया जाए।
अपने एक और ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा कि गुजरात के एक दामाद के रुप में कई लोगों ने मुझे स्टेडियम से सरदार पटेल का नाम हटाए जाने के बारे में बताया है। मेरा सुझाव है कि गुजरात सरकार को अपनी गलती ठीक करते हुए नरेंद्र मोदी का नाम वापस ले लेना चाहिए। उन्हें ऐसा कहना चाहिए कि नाम बदलते वक्त मोदी की सलाह नहीं ली गई। इसलिए इसे वापस लिया जा रहा है।
आपको बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी अपने बेबाक बयानों की वजह से जाने जाते हैं। वो भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। मौका लगने पर वो अपनी सरकार को घेरने से भी नहीं चूकते।